Sunday, March 6, 2011

चिड़िया ....

wanna share a superb poem by mahadevi verma...so simlpe...sooo expressive...they were realy gr8 ppl. who wrote such things...!




आंधी आई जोर शोर से
डाली टूटी है झकोर से
उड़ा घोसला बेचारी का
किस से अपनी बात कहेगी ...
अब ये चिड़िया कहाँ रहेगी..?




घर में पेड़ कहाँ से लाये
कैसे ये घोसला बनाये
कैसे फूटे अंडे जोड़े ...
किस से ये सब बात कहेगी..
अब ये चिड़िया कहाँ रहेगी...?

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